केसर एक मूल्यवान औषधि
केसर का पौधा बहुत ही छोटा होता है और अनेक वर्षों तक सुरक्षित रह सकता है।केसर के पौधे से प्राप्त १०००००० से २०००००० फूलों से सिर्फ २ से ३ किलोग्राम केसर प्राप्त होता है । केसर की महत्ता का आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हो कि पूरे विश्व में केसर को सबसे महंगे मसालों के रूप में जाना जाता है इसलिए इसको मसालों का मुखिया भी कहा जाता है ।आयुर्वेद में इसको लाल सोने का नाम दिया गया है । केसर अपने लाभकारी गुणों और अपनी खुशबू के लिए सबसे मूल्यवान मसालों में गिना जाता है ।इसके अंदर एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होती है ।इसका सेवन बच्चे से लेकर युवा तक कोई भी कर सकता है यह सभी के लिए उपयोगी औषधि साबित होता है । केसर की खेती आज से ४००० हजार वर्ष पहले से होती आ रही है ।इसके अंदर पाए जाने वाले आवश्यक पोषक तत्व आपके शरीर को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से सुरक्षित रखते हैं ।केसर के फूलों का रंग नीला ,लाल और नारंगी होता है ।आयुर्वेद के ग्रंथों में केसर को ३ प्रकार का बताया गया है ।इस लेख में हम केसर के मूल्यवान गुणों के बारे में जानेगें ।
व्याख्या– इस श्लोक में कहा गया है कि केसर तीखा ,कड़वा ,गरम,वात और कफ दोष को संतुलित रखने वाला ,अल्सर को दूर करने वाला ,आँखों के लिए लाभदायक ,सिरदर्द में असरदार ,संक्रमण को दूर करने में लाभकारी और त्वचा को प्राकृतिक सौंदर्य प्रदान करता है ।
संदर्भ- धन्वंतरि निघण्टु ,श्लोक -१२ ।
केसर के तीन प्रकार
1. कश्मीरी केसर
यह केसर कश्मीर की घाटियों में उगाया जाता है जो अपने लाल रंग के लिए जाना जाता है ।इस कश्मीरी केसर की सुगंध कमल के फूल के समान होती है ।आयुर्वेद के अनुसार केसर की सभी प्रजातियों में सबसे उच्च कोटि का केसर कश्मीरी केसर को माना गया है।कश्मीरी केसर बहुत ही पतला होता है ।
2. बलखराज केसर
यह केसर बलख देश में ऊंची पहाड़ियों पर पाया जाता है।यह केसर बहुत ही सूक्ष्म पत्तियों से युक्त होता है ।यह केसर पीले रंग के लिए जाना जाता है ।आयुर्वेद में इस केसर को कश्मीरी केसर से निचले स्तर का माना जाता है ।इस केसर की पत्तियों की सुगंध मधु के समान होती है ।
3. ईरानी केसर
इस केसर की सबसे ज्यादा खेती ईरान देश के पहाड़ी क्षेत्रों में की जाती है ।यह केसर बड़े आकार का होता है जो बलख केसर के समान पीले रंग का होता है।आयुर्वेद के अनुसार इस केसर को कश्मीरी केसर से बहुत कम गुणी माना गया है ।
आइये जानते हैं केसर के आयुर्वेदिक गुणों के बारे में
1. ठंड से बचाने में लाभदायक
कश्मीरी केसर की तासीर गरम होती है जो आपको ठंड से बचा कर रखने में सहायक होती है ।अगर आप सर्दी के मौसम में केसर के साथ बराबर मात्रा में कस्तूरी और इलायची का पानी साथ पीसकर मिश्रण तैयार कर लें और उस मिश्रण को माथे के ऊपर लगाने से आपको ठंड लगनी कम हो जाती है । आयुर्वेद के अनुसार यह प्रयोग ठंड से बचने का सबसे उत्तम उपाय है ।
2. जुकाम को दूर करने में सहायक
केसर की पत्तियाँ आपके शरीर में पित्त और कफ दोष को संतुलित रखने में सहायक होती हैं ।आज के समाज में मौसम के परिवर्तन होने से सर्दी और जुकाम का होना सामान्य सी बात है। इन समस्याओं में अगर आप ५० मिलीग्राम केसर को देसी गाय के दूध के साथ सेवन करते हैं तो आपकी सर्दी जुकाम की समस्या बहुत जल्दी दूर हो जाती है ।
3. नींद लेन में सहायक
अगर आपको रात के समय नींद नहीं आती और उसकी वजह से आप सुबह उठने के बाद भी सुस्त महसूस करते हैं और सारा दिन आपको थकान रहती है, हर छोटी सी बात पर आपको गुस्सा आता है और मन उदास हो जाता है, अगर आप भी इस अनिद्रा की समस्या से ग्रसित हैं तो आपको रात में सोने से पहले देसी गाय के दूध में हल्का सा केसर डालकर सेवन करना अच्छी नींद लाने में सहायक होता है ।रात की पूरी नींद आपको सारा दिन ऊर्जा देगी और आप सारा दिन ऊर्जा से भरे रहेंगे ।आप हर काम को चुस्ती के साथ करेंगे आपको सारा दिन किसी भी प्रकार की समस्या परेशान नहीं करेगी । अच्छी नींद आने से आपकी स्मरण शक्ति भी तेज हो जाती है।
4. गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद
आयुर्वेद में केसर का नियमित सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए रामबाण औषधि मानी गयी है यह उनकी गर्भाशय की समस्याओं को दूर करने के साथ साथ सूजन को कम करने में भी सहायक होता है ।महिलाओं को गर्भ धारण के समय चिड़चिड़ापन ,तनाव ,थकान और सीने में दर्द रहने लगता है जिनको दूर करने में केसर से युक्त देसी गाय का दूध लाभकारी औषधि साबित होता है ।
5. कैंसर को दूर करने में कारगर
एक शोध के अनुसार केसर के अंदर भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट ,एंटीबैक्टीरियल जैसे महत्वपूर्ण गुण पाए जाते हैं जो आपके शरीर को कैंसर की बीमारी से सुरक्षित रखने में सहायक होते है । यह गुण आपको पेट का कैंसर ,ब्लड का कैंसर ,स्तन कैंसर को दूर करने में मददगार होते हैं ।अगर आप रोजाना देसी गाय के दूध में थोड़ा सा केसर डालकर सेवन करते हैं तो यह प्रयोग आपके शरीर के अंदर कैंसर के संक्रमण को रोकने में लाभकारी साबित होता है ।
6. स्मरण शक्ति को बढ़ाने में मददगार
स्मरण शक्ति का कमजोर होना न केवल आपको समस्या में डालता है बल्कि आपसे जुड़ा हर मनुष्य आपकी वजह से परेशान रहने लग जाता है।आज के समाज में व्यक्ति अपने कार्य में इतना ज्यादा खो गया है की वो छोटी छोटी बातों को भी याद नहीं रख पाता। अगर आपको इस भागदौड़ भरी ज़िंदगी में आगे बढ़ना है तो अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ाना होगा ।केसर का नियमित सेवन आपके मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ाने में सबसे लाभकारी औषधि मानी गयी है ।केसर आपके मस्तिष्क में हानिकारक संक्रमण को रोकने में असरदार साबित होता है इसलिए मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ाने के लिए नियमित रूप से केसर से युक्त देसी गाय का दूध सेवन करना चाहिए ।
7. मासिक चक्र की अनियमितता को दूर करे
महिलाओं से संबंधित हर बिमारियों में केसर लाभदायक साबित होता है ।केसर से युक्त देसी गाय के दूध का रोजाना सेवन महिलाओं की मासिक चक्र से संबंधित हर समस्या को दूर करने में मददगार होता है ।यह प्रयोग महिलाओं के मासिक चक्र की अनियमितता को दूर करने के साथ साथ गर्भाशय को मजबूत रखने में भी काफी उपयोगी होता है।